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| Lucknow University |
लखनऊ विश्वविद्यालय प्रवेश प्रक्रिया 2025: यूजी, पीजी कोर्स, शुल्क संरचना एवं महत्वपूर्ण तिथियाँ
प्रवेश प्रक्रिया:
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आवेदन पत्र:
- यूजी (UG) पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन पत्र मार्च 2025 के चौथे सप्ताह में जारी होने की संभावना है।
- पीजी (PG) पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन पत्र अप्रैल 2025 के पहले सप्ताह में जारी हो सकता है।
- आवेदन पत्र लखनऊ विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट (www.lkouniv.ac.in) पर ऑनलाइन भरना होगा।
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प्रवेश परीक्षा:
- यूजी कोर्सों की परीक्षा जुलाई 2025 के पहले और दूसरे सप्ताह में आयोजित होने की संभावना है।
- पीजी कोर्सों की परीक्षा जुलाई 2025 के तीसरे सप्ताह में आयोजित हो सकती है।
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काउंसलिंग प्रक्रिया:
- यूजी कोर्सों के लिए काउंसलिंग जुलाई 2025 के चौथे सप्ताह में शुरू हो सकती है।
- पीजी कोर्सों के लिए काउंसलिंग अगस्त 2025 के पहले सप्ताह में आयोजित की जा सकती है।
महत्वपूर्ण तिथियाँ (संभावित):
| इवेंट | यूजी (UG) कोर्स | पीजी (PG) कोर्स |
|---|---|---|
| आवेदन पत्र जारी होने की तिथि | मार्च 2025 (चौथा सप्ताह) | अप्रैल 2025 (पहला सप्ताह) |
| आवेदन की अंतिम तिथि | जून 2025 (चौथा सप्ताह) | जून 2025 (चौथा सप्ताह) |
| एडमिट कार्ड उपलब्धता | जुलाई 2025 | जुलाई 2025 |
| प्रवेश परीक्षा तिथि | जुलाई 2025 (1-2 सप्ताह) | जुलाई 2025 (तीसरा सप्ताह) |
| परिणाम घोषणा | जुलाई 2025 (तीसरा सप्ताह) | जुलाई 2025 (चौथा सप्ताह) |
| काउंसलिंग शुरू होने की तिथि | जुलाई 2025 (चौथा सप्ताह) | अगस्त 2025 (पहला सप्ताह) |
पाठ्यक्रम और शुल्क संरचना:
📌 स्नातक (UG) पाठ्यक्रम:
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बैचलर ऑफ आर्ट्स (B.A.)
- अवधि: 3 वर्ष
- योग्यता: 12वीं उत्तीर्ण
- शुल्क (प्रति सेमेस्टर): ₹3,527
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बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc.)
- अवधि: 3 वर्ष
- योग्यता: 12वीं (विज्ञान वर्ग)
- शुल्क (प्रति सेमेस्टर): ₹3,527
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बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.Com.)
- अवधि: 3 वर्ष
- योग्यता: 12वीं उत्तीर्ण
- शुल्क (प्रति सेमेस्टर): ₹3,527
📌 स्नातकोत्तर (PG) पाठ्यक्रम:
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मास्टर ऑफ आर्ट्स (M.A.)
- अवधि: 2 वर्ष
- योग्यता: संबंधित विषय में स्नातक
- शुल्क (प्रति सेमेस्टर): ₹5,000
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मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc.)
- अवधि: 2 वर्ष
- योग्यता: संबंधित विषय में स्नातक
- शुल्क (प्रति सेमेस्टर): ₹6,000
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मास्टर ऑफ कॉमर्स (M.Com.)
- अवधि: 2 वर्ष
- योग्यता: B.Com. या समकक्ष
- शुल्क (प्रति सेमेस्टर): ₹5,500
आवेदन शुल्क:
स्नातक (UG) पाठ्यक्रमों के लिए:
- सामान्य और ओबीसी: ₹800
- SC/ST/PH: ₹400
स्नातकोत्तर (PG) पाठ्यक्रमों के लिए:
- सामान्य और ओबीसी: ₹1,000
- SC/ST/PH: ₹500
🔗 आधिकारिक वेबसाइट: www.lkouniv.ac.in
📌 नोट: ऊपर दी गई जानकारी संभावित है। नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें या प्रवेश कार्यालय से संपर्क करें।
लखनऊ विश्वविद्यालय, जिसे लखनऊ यूनिवर्सिटी (LU) के नाम से भी जाना जाता है, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित एक प्रमुख सार्वजनिक राज्य विश्वविद्यालय है।सकी स्थापना 1921 में हुई थी, और यह भारत के सबसे पुराने सरकारी स्वामित्व वाले उच्च शिक्षा संस्थानों में से एक है।
इतिहास:
खनऊ विश्वविद्यालय की स्थापना 1921 में हुई थी।सकी स्थापना में तत्कालीन संयुक्त प्रांत के उपराज्यपाल सर हरकोर्ट बटलर और अवध के तालुकेदारों का विशेष योगदान रहा।ससे पूर्व, 1864 में, अवध के तालुकेदारों ने लार्ड कैनिंग की स्मृति में कैनिंग कॉलेज की स्थापना की थी, जो बाद में लखनऊ विश्वविद्यालय का हिस्सा बना।citeturn0search3 परिसर और संरचना:
िश्वविद्यालय का मुख्य परिसर बादशाहबाग में स्थित है, और दूसरा परिसर जानकीपुरम में है।ह एक शिक्षण, आवासीय और संबद्ध विश्वविद्यालय है, जिसके साथ लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में स्थित 160 से अधिक कॉलेज और संस्थान संबद्ध हैं।
संकाय और विभाग:
खनऊ विश्वविद्यालय में कला, विज्ञान, वाणिज्य, शिक्षा, ललित कला, विधि और आयुर्वेद जैसे सात संकायों के अंतर्गत 59 विभाग हैं।न संकायों में लगभग 196 पाठ्यक्रम संचालित होते हैं, जिनमें 70 से अधिक व्यावसायिक पाठ्यक्रम स्ववित्तपोषित योजना में संचालित हैं।
पुस्तकालय:
िश्वविद्यालय में शिक्षकों, शोधार्थियों एवं छात्रों के लिए विभिन्न विभागीय पुस्तकालयों के अतिरिक्त दो केंद्रीय पुस्तकालय हैं: कोऑपरेटिव लैंडिंग लाइब्रेरी और टैगोर पुस्तकालय।ैगोर पुस्तकालय भारत के प्रतिष्ठित पुस्तकालयों में से एक माना जाता है, जहां लगभग 5.25 लाख पुस्तकें तथा 10,000 शोध ग्रंथ उपलब्ध हैं।
छात्रावास:
िश्वविद्यालय में छात्रों के लिए 14 छात्रावास हैं, जिनमें 9 छात्रों के लिए तथा 5 छात्राओं के लिए हैं।सके अतिरिक्त, नगर में इससे संबद्ध 15 महाविद्यालय भी हैं।
प्रसिद्ध पूर्व छात्र:
खनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों में कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व शामिल हैं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।नमें भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा, पूर्व योजना आयोग के अध्यक्ष के.सी. पंत, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए.एस. आनंद, तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला, और झारखंड के पूर्व राज्यपाल सैयद सिब्ते रज़ी शामिल हैं।
नवीनतम घटनाक्रम:
वर्षों में, लखनऊ विश्वविद्यालय ने डिजिटल शिक्षा को अपनाते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा केंद्र (LUCODE) के माध्यम से ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किए हैं।िश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा "श्रेणी-I" का दर्जा प्रदान किया गया है, जिससे इसे अधिक शैक्षणिक और प्रशासनिक स्वायत्तता मिली है, जिसमें नए पाठ्यक्रम शुरू करने और विदेशी संकाय को नियुक्त करने की अनुमति शामिल है।
निष्कर्ष:
खनऊ विश्वविद्यालय अपनी समृद्ध विरासत को संजोते हुए समकालीन शैक्षिक आवश्यकताओं के साथ तालमेल बिठा रहा है।ह छात्रों के लिए एक समग्र विकास का वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें शिक्षा, शोध और सांस्कृतिक गतिविधियों का समावेश है।
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